भगवदगीता अध्याय 1, श्लोक 16 - (स घोषो धार्तराष्ट्राणां हृदयानि व्यदारयत् )
Bhagwadgeeta Adhyay 1, Shlok 19
स घोषो धार्तराष्ट्राणां हृदयानि व्यदारयत् ।
नभश्च पृथिवीं चैव तुमुलो व्यनुनादयन् ॥
संजय ने धृतराष्ट्र से कहा :-
उस (शंख) भयंकर ध्वनि ने आकाश और पृथ्वी को गुंजायमान करते हुए धार्तराष्ट्रों यानी आपके पक्षवालों के हृदय में शोक उत्पन्न कर दिया।
- भगवतगीता
- अध्याय 1, श्लोक 19
0 Comments
Please do not enter any spam link in the comment box.
Emoji