धनहीनो न हीनः च धनिकः स सुनिश्चयः
(Chanakya Niti Quotes)
Chanakya Niti Quotes |
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प्रस्तुत श्लोक में आचार्य चाणक्य के द्वारा विद्यारुपी धन की श्रेष्ठता को बताया गया है |
धनहीनो
न हीनः च धनिकः
स सुनिश्चयः |
विद्यारत्नेन
यो न हीनः यह
स हीनः सर्ववस्तुषु ||
अर्थ:-
निर्धन व्यक्ति हीन अर्थात छोटा
नहीं है, धनवान वही
है जो अपने निश्चय
पर दृढ है, परन्तु
विद्यारूपी रत्न से जो
हीन है, वह सभी
चीजों से हीन है|
सन्देश:-
किसी भी कार्य को
सम्पन्न करने के लिए
विद्या बहुत जरुरी है
| उसी के द्वारा वह
धन प्राप्त करता है |
विद्या ही सच्चा धन
है |
- चाणक्य निति से
© कवि आशीष उपाध्याय "एकाकी"
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश
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