Ticker

6/recent/ticker-posts

"अति सर्वत्र वर्जयेत्” - Inspitrational sanskrit Quotes with meaning

"अति सर्वत्र वर्जयेत्” - 
Inspitrational sanskrit Quotes with meaning

inspitrational sanskrit Quotes with meaning, "अति सर्वत्र वर्जयेत्”, "अधिकता सभी जगह वर्जित होती है ", ati sarvatra varjayet, chanakya niti shlok hind
Inspirational Sanskrit Quotes 

About
उपरोक्त श्लोक में किसी प्रकार की भी इच्छा, वस्तु एवं कार्यों की तरफ संकेत करते हुए उसकी अधिकता को सब जगह वर्जित बताया गया है |

"अति सर्वत्र वर्जयेत्”
अर्थ :-
"अधिकता सभी जगह वर्जित होती है "

सन्देश :-
हमें अपने जीवन में समान भाव वाला होना चाहिए, किसी भी वस्तु की तीव्र इच्छा अपने मन में नहीं पलना चाहिए , नहीं तो वही इछा हमारे विनाश का कारन बन जाता है |
उदाहरण स्वरुप :- जब नदियों में जल अधिक हो जाता है, तो वह बाढ़ रूपी प्रलय को जन्म देती है, तथा सूख जाने पर सभी के लिए कष्टदायक होता है |

- चाणक्य निति से 

© कवि आशीष उपाध्याय "एकाकी"
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश  
Reactions

Post a Comment

0 Comments