मेरा हमसफ़र मेरा गम (मोटिवेशनल कविता हिन्दी में)
Inspirational poem- Mera Humsafar mera Gam
मेरा हमसफ़र मेरा गम ,
कहता है हरदम |
ना घबरा साथी ,
तेरे साथ चलेंगे हम ||
माघ की सर्द हवाओ में साथ - साथ रहेंगे हम,
वैशाख की गर्म प्रभात में पास -पास रहेंगे हम|
जो कभी बरसे घनघोर सावन ,
तो एक-दूजे के दिलों की अथाह गहराइयों में,
रोयेंगे- हॅसेंगे हम ||
अब, साथ-साथ चलेंगे हम
ना घबरा साथी
तेरे साथ चलेंगे हम ||
तू मेरा साथी ....
मैं तेरा हमदम |
छोड़ सदियाँ पीछे
डाले हाथो में हाथ ,
गाते वेदना के गीत...
जीवन से मृत्यु तक,
हर -पल भ्रमण करेंगे हम....
ना घबरा साथी
तेरे साथ चलेंगे हम
मेरा हमसफ़र , मेरा गम
कहता है , हरदम
© कवि आशीष उपाध्याय "एकाकी"
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश
0 Comments
Please do not enter any spam link in the comment box.
Emoji